पंजाब। पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को गोल्डन टेंपल के गेट पर फायरिंग की गई। हालांकि, वे बाल-बाल बच गए। फायरिंग करने वाला आरोपी गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक का रहने वाला नारायण सिंह चौड़ा है। वह आतंकियों के साथ जेल काट चुका है और खुद भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। फिलहाल वह खालिस्तानी आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने उसका फोन जब्त कर लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसके फोन से कुछ संदिग्ध नंबर मिले हैं। नारायण सिंह चौड़ा पंजाब में आतंकवाद के समय से ही काफी एक्टिव था। वह साल 1984 में पाकिस्तान गया था। वहां पर उसकी मुलाकात कई आतंकी संगठनों से हुई और उसने आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पंजाब में हथियारों व विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी शुरू कर दी।
उस दौरान पंजाब में हुई आतंकी गतिविधियों में नारायण सिंह की अहम भूमिका रही। उसने पाकिस्तान में रहते हुए गुरिल्ला वॉर और देशद्रोही साहित्य पर किताब लिखी थी।
2010 में UAPA का केस दर्ज हुआ
उसके खिलाफ 8 मई 2010 को अमृतसर के सिविल लाइंस थाने में विस्फोटक अधिनियम के तहत करीब एक दर्जन मामले दर्ज किए गए थे। वह अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) का आरोप है। अमृतसर की कोर्ट से वह विस्फोटक अधिनियम के एक मामले में बरी भी हो चुका है।
साल 2013 में गिरफ्तार हुआ
चौड़ा को 28 फरवरी 2013 को तरनतारन के जलालाबाद गांव से गिरफ्तार किया गया था। उसी दिन सुखदेव सिंह और गुरिंदर सिंह को पंडोरी गांव से गिरफ्तार किया गया। तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मोहाली जिले के कुराली गांव में छापा मारा था। वहां से पुलिस को RDX और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। जिसके बाद वह जमानत पर बाहर आ गया था।
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Yashpal Sharma (Editor)