यशपाल शर्मा, लुधियाना
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन तरसेम सिंह भिंडर कल से एक महीने के लिए कनाड़ा टूर पर जा रहे हैं और ऐसे में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट प्रभावित हो सकते हैं। बात करें इन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की तो इनमें अटल अपार्टमेंट प्रोजेक्ट सबसे अहम है। इस प्रोजेक्ट का अगले दस दिनों में वर्क आर्डर भी जारी हो सकता है। करीब 240 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए भटिंडा के ASC Builder की ओर से सबसे कम 13.5 फीसदी लैस पर टेंडर डाला गया है और प्राप्त जानकारी मुताबिक कंपनी की उक्त बिड को लोकल गर्वमेंट से भी मंजूरी मिल चुकी है और ट्रस्ट इस प्रोजेक्ट का वर्क आर्डर कंपनी को जारी करने का खाका भी तैयार करने में जुट गई है। इस स्कीम के तहत बनने वाले कुल 540 फलैटस जिनमें 336 एचआईजी और 240 एमआईजी फलैटों का ड्रा 16 जून 2022 को निकाला गया था। बड़ी बात है कि इन फलैट्रो का ड्रा निकले करीब सवा साल बीतने को है और अभी तक इस का काम तक शुरु नहीं पाया है। जबकि इस ड्रा के जरिए फलैट हासिल करने वाले लोग बैंकों को किश्तें भी अदा करने लगे हैं। ट्रस्ट की ओर से तीन साल के भीतर इस प्राेजेक्ट को पूरा करने का दावा किया गया है, लेकिन सवा साल से अधिक समय केवल इस प्रोजेक्ट का वर्क आर्डर जारी करने में गुजर गया है। बड़ी बात है कि इस प्रोजेक्ट पर सरकार का भी पैसा नहीं लगना और पब्लिक से आने फंड के जरिए ही इस प्रोजेक्ट को कंपलीट किया जाना है। फिलहाल ट्रस्ट अफसर इस प्रोजेक्ट को पहले नवरात्र पर शुरु करने की प्लानिंग कर रहा है।
विधायकों के एस्टीमेट पर लगा ग्रहण
वहीं जहां एक ओर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन भिंडर एक महीने कनाड़ा के टूर पर जाने को तैयार खडे़ हैं, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के विधायकों व कौंसलर टिकट के दावेदारों के इशारे पर ट्रस्ट आफिसर की ओर से तैयार किए गए डेवलपमेंट वर्क के एस्टीमेट पर ग्रहण लगता दिखाई देने लगा है। इन एस्टीमेट की ग्राउंड रिपोर्ट जानने को बीते सप्ताह चंडीगढ़ से लोकल गर्वमेंट सेक्रेटरी के इशारे पर तीन तीन चीफ इंजीनियर इन कामों का मौका देखने पहुंचे थे। सूत्र बताते है कि ये आफिसर इन एस्टीमेट से अधिक खुश नहीं है और ऐसे में ये काम भी ठंडे बस्ते में डाले जाने की बातें भी निकल कर बाहर आ रही हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर महीने के पहले या दूसरे सप्ताह में कौंसलर चुनाव करवाए जा सकते हैं और अगर ये उम्मीद सही रहती है तो अगले एक महीने के बाद कोड आफ कंडक्ट भी लग सकता है। ऐसे में ट्रस्ट के नए कामों पर पूरी तरह से ग्रहण लग सकता है।